ख़ुशियों के लिए देश का द्वार खोलते हैं ख़ुशियों के लिए देश का द्वार खोलते हैं
और ज़हर का स्वाद शिव से पूछो, मीरा से पूछोगे तो अमृत ही बताएगी और ज़हर का स्वाद शिव से पूछो, मीरा से पूछोगे तो अमृत ही बताएगी
अब तो खतम राशन सारों, अब कैसे होवें गुजारो।। अब तो खतम राशन सारों, अब कैसे होवें गुजारो।।
थके-हारे थे नींद तो आनी ही थी, हम तो मेहनत करके सोए थे, थके-हारे थे नींद तो आनी ही थी, हम तो मेहनत करके सोए थे,
जलती कली पीया से मिलन लागे, जलती कली पीया से मिलन लागे ! जलती कली पीया से मिलन लागे, जलती कली पीया से मिलन लागे !
दिन-रात करते करते दमन, हत्या ही कर दी तुमने मेरी उमंगों की, मेरे अरमानों की, तुमने तो दिन-रात करते करते दमन, हत्या ही कर दी तुमने मेरी उमंगों की, मेरे अरमानों की, ...